The District Magistrate & Collector,
District Betul
Betul, (M. P.)
Sub.: Birul Bazar’s March towards implementation of Rain Water Harvesting System - Letter of Appreciation and Thanks
जैसा कि आप जानते है, बैतुल जिले की मुलताई तहसील में स्थित बिरुल बाजार एक बड़ा गाँव है, जिसकी जनसंख्या करीब 8000 के उपर है। बिरुल बाजार के निवासियो का मुख्य व्यवसाय खेती है । हाल ही में हम कुछ युवा साथियों ने मिलकर रेन वाटर हारवेस्टिंग पर कुछ कार्य सम्पन्न किया है जिसकी जानकारी हम नीचे दे रहे है:
इस गाँव से कई लोग अच्छी पढ़ाई कर बाहर कार्यरत है और नौजवान पीढ़ी भी अच्छी पढ़ाई कर इस परंपरा को और गति प्रदान कर रही है। इनमें कई लोग इंजिनीअर, डाक्टर, शिक्षक और अन्य महत्वपूर्ण व्यवसायों से जुड़े हुए है। ये सभी व्यक्ति समय समय पर गाँव आकर गाँव से अपना नाता बनाए हुए है और गाँव की गतिविधियों और समस्याओं के प्रति जागरूक है। इनमें से कुछ हम जैसे संवेदनशील व्यक्तियों ने देखा कि गाँव ग्रीष्मकाल में पीने और सिंचाई के पानी की बेहद कमी से जूझ रहा है। किसान पानी की आपूर्ति के लिए हर वर्ष ट्यूबवेल बना रहे हैं, जिससे गांव का जमीनी वाटर लेवल बहुत ही नीचे करीबन 700 फीट तक चला जा रहा है। गाँव में बोरवेलों की संख्या करीब 1500 से 2000 हो गई है और इनमें से कई सूखे पड़े है। गर्मियों के दिनों में 8-15 दिन बाद पीने का पानी मिलता हैं । सबसे बड़ी संकट की बात है कि जनवरी माह के आते आते बहुत ही कम कुंओ और ट्यूबवैलों में पानी बचता है। इस कारण यहाँ के किसान प्रायः गर्मी में अपनी कोई फसल की पैदावार नहीं ले सकते हैं। अधिकांश कुओं में पानी नही होने से पीने के पानी के लिए तक स्थानीय लोगों को मुसीबत झेलना पड़ता है। इन सब समस्याओं से निपटने के लिए कुछ जल संचयन के छुट मुट प्रयास किए गए लेकिन वे काफी नही थे। करीब एक वर्ष पहले हममें से कुछ व्यक्तियों ने सोसल मीडिया का इस्तेमाल कर कलेक्टर बैतुल का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। इसी प्रयास में "बिरुल बाजार, एक भयावह भविष्य! " (Annexure I) नामक लेख लिखकर कलेक्टर बैतुल का समस्या की तरफ ध्यान आकर्षित किया और रेन वाटर हारवेस्टिंग के रुप में एक मात्र समाधान पर बल दिया। कलेक्टर महोदय के सुझाव पर पूर्ण बैतुल जिले और बिरुल बाजार पर विशेष ध्यान रख कर रेन वाटर हारवेस्टिंग पर एक रोडमेप (A Road Map for Rain Water Harvesting for Betul District with special emphasis on Birul Bazar) बनाकर कलेक्टर महोदय को इमेल से प्रेषित किया गया। इसी श्रृंखला में करीब दो वर्ष के अध्ययन के बाद इसी वर्ष गर्मी के पहले हमने एक WhatsApp ग्रुप बनाकर कई लोगों को आपस में जोड़ा और सामूहिक रूप से बरसात की शुरुवात के पहले रेन वाटर हारवेस्टिंग की योजना को बोरवेल रिचार्जिंग से कार्यान्वित करने का निर्णय लिया। इसके लिए सर्व प्रथम आवश्यकता थी लोगों में वर्षा जल संचयन (Rain Water Harvesting) के विषय में जागरूकता लाना। कुछ युवावों ने मिलकर गाँव में जल जागरूकता अभियान चलाया, जिसमें गांव में निम्नलिखित तरीकों से गांव वालों के बीच जानकारी का प्रचार और प्रसार किया
1. सबसे पहले गांव के हर घर में लिफाफे में बंद धरती माँ द्वारा एक पत्र बांटा जिसमें गाँव में पानी की कमी की भयंकर समस्या की जानकारी दी, और लोगों को इसके उपर विचार करने के लिए प्रेरित किया।
2. इसके बाद गाँव के प्रमुख स्थान गुजरी चौक में प्रोजेक्टर द्वारा एक पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन देकर सेमिनार का आयोजन किया और लोगों को पुराने दिनों में पानी की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता की याद दिलाकर पानी के वर्तमान स्थिति और जल स्तर को समझाया गया । इसमें बताया गया कि किस तरह पेड़ों को अन्धाधुन तरीके से काटा गया, कैसे जलस्तर नीचे जाने से बड़ी-बड़ी आम की अमराईया तथा अधिकतर बड़े पेड़ सूख गए। लोगों को समझाया कि कैसे बारीश के पानी का संचयन कर जमीनी जलस्तर कैसे ऊपर लाया जा सकता है। साथ ही वर्षा जल संचयन के कई सारे तरीके बताएं। गाव में कुछ लोगों ने इसे सफलता पूर्वक अपनाया इसके उपर उनकी फिल्म दिखाई गई।
3. जल जन जागरूकता अभियान के अन्तर्गत ही हम युवाओं व गाँव के अन्य उत्साही लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर गांव भर में प्रमुख स्थानों पर बैनर और पोस्टर छाप कर लगाए।
4. रेन वाटर हारवेस्टिंग अन्य गाँव के लोग भी अपनाए इसके लिए हमने समीपवर्ती ग्राम अमरावती घाट में भी जाकर सेमिनार किया।
इसके बाद हमने स्वयं गाँव वालों के सामने प्रत्यक्ष उदहारण रखने का निर्णय लिया। इसके लिए ग्राम पंचायत के कुछ सूखे खाली पड़े हुए बोरवेल के उपर बोरवेल रिचार्जिंग सिस्टम लगाने के लिए पंचायत से आग्रह किया। तत्पश्चात हम लोगों ने स्वतः एक निर्णय लिया कि खुद ही दो बोरवेल में गड्ढा खोदा जाए और उसमें रिचार्जिंग सिस्टम बनाया जाए। इसके लिए हमने नदी के पास वाले बोरवेल को चुना जहां पानी की अच्छी आवक होती है।युवा मित्र समुह रोज सुबह 5:30 बजे नियत स्थान पर जाकर रोज 3 घंटे श्रमदान करते रहे और हमने इस तरह 6 फिट गहरा एक गड्ढा खोद लिया।
ठीक इसी समय बैतुल जिले में रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर आपके द्वारा अभियान चलाया जा रहा था इसलिए हम आपसे मिलने पास ही के गाँव प्रभात पट्टन में पहुचे जहाँ आपका दौरा था। हमने वहाँ आपसे रेन वाटर हारवेस्टिंग के लिए सहायता माँगी। हम युवा मित्रों ने इस विषय पर जो कार्य और प्रोजेक्ट शुरु किया वह भी बताया। सारी बातें सुनकर आपने आवश्यक मदद करने के लिए आश्वासन दिया। साथ ही आप अपनी टीम के साथ उसी दिन बिरूल बाजार पधारें और सरपंच एवं ग्राम पंचायत को उनके 10 बोरवेल पर रिचार्जिंग सिस्टम बनवाने और हम युवा मित्रों को सभी आवश्यक सहायता देने का निर्देश देकर वापस गए।
इसके बाद हमने पंचायत के 10 बोरवेल पर बोरवेल रिचार्जिंग सिस्टम बनाने का कार्य शुरू किया । फलस्वरुप ग्राम पंचायत बिरुल बाजार द्वारा ट्यूबेल के आसपास JCB मशीन से गड्ढे खोदे गए। इसमें फिल्टर व्यवस्था के लिए मटेरियल की आवश्यकता थी जैसे कि बोल्डर, गिट्टी, बजरी तथा रेत आदि। इसके लिए आपने मदद कर जिला माइनिंग ऑफिसर को आवश्यक मटेरियल देने के लिए निर्देश दिए । बाद में हमें माइनिंग ऑफिसर से बात करने पर पता चला कि बोल्डर देने में दिक्कत आ रही है क्योंकि इतने सारे बोल्डर एक जगह उपलब्ध नहीं थे इसलिए यह सारी व्यवस्था हमे हीं करनी थी । इसलिए हमने फिर से श्रमदान का बीड़ा उठाया मित्रों को इकट्ठा किया और किसी के खेत से, रोड पर फालतू पड़े हुए तथा लोगों के कुए से निकले पत्थरों को इकट्ठा करने का कार्य शुरू हुआ। इस तरह हमने 15 ट्राली से अधिक पत्थर बिने इसके बाद ग्राम पंचायत ने भी हमें मदद की तथा उन्होंने मजदूर बताकर 10 ट्राली पत्थर दिए गए।
इसका सारा भी विवरण संलग्न की गई तालिका (Annexure II & III) में दिया है।
इस तरह दस के दसों बोरवेल के रिचार्जिंग सिस्टम का कार्य सम्पन्न किया गया। फलस्वरुप प्रारंभिक परिणाम आशा के अनुरूप रहे। आरंभिक बारीस के बाद ही कुछ बोरवेल में हैंड पंप द्वारा पानी आना शुरु हो गया। इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप गाँव के कुछ अन्य किसान भी रेन वाटर हारवेस्टिंग के अन्तर्गत बोरवेल रिचार्जिंग सिस्टम अपना रहे है।इससे हमें यह भी आशा है कि गाँव के अन्य लोगों में भी रेन वाटर हारवेस्टिंग के तरीकों के विषय में जागरूकता आएगी और वे भी इन तरीकों को अपनाएंगे।
हम युवाओ के इन रेन वाटर हारवेस्टिंग प्रोजेक्ट के उपर उन सभी साथियों के शारीरिक श्रमदान, आर्थिक सहयोग एवं मार्गदर्शन के लिए उनका हृदय से अभिनंदन और धन्यवाद देते है। उनसे अपेक्षा है कि आगे भी इसी तरह वे गाँव के इस सामूहिक कार्य में मदद के लिए तैयार रहेंगे। हम साथ ही सरपंच और ग्राम पंचायत का भी सहायता के लिए धन्यवाद देते है। हमारा कार्य इस बड़े पैमाने पर कभी पूरा नही हो सकता था यदि आप समय पर हमारा मार्गदर्शन और सहायता नही करते। आपने न केवल हमें समय दिया बल्कि बिरूल बाजार आकर स्वतः परिस्थिति का निरीक्षण कर आगे भी सहायता के लिए तत्परता दिखाई। आपका बिरुल बाजार का यह दौरा एक ऐतिहासिक दौरा सिद्ध हुआ है क्योंकि शायद यह कई वर्षों बाद का एक अहम दौरा है। हम आपको हृदय से धन्यवाद देते है और आगे भी आपसे इसी तरह सहायता की उम्मीद रखते है। हम माइनिंग आफीसर का भी उनकी सहायता के लिए धन्यवाद अदा करते है।
धन्यवाद
वर्षा जल संचयन समिति
7000174372,9301888861,9981616376,9589278954,9770994048,9893784105,9098831952
www.birulbazar.blogspot.in
आपके आभारी
अमित कनेरे ,सुबोध महेन्द्रे,कमलेश कनेरे,रमेश सोनी,श्याम बनकर,सोनू सातपुते,दुर्गेश वाडोदे ,मिलन बनाईत ,निकलेश वाडबुदे,राहुल जैन ,अविनाश जैन ,प्रवीण सातपुते, लीलाधर बारमासे,राजेश सातपुते , कपिल लघवे, नानू पाटिल, नरेन्द्र कनेरे, निखिल घोरसे, नविन सातपुते ,जीतू साहू,आशीष बनाईत, भूपेश सोनी. विनोद रावंदे, रेशमा खान,अखिल जैन, विजय बनाइत, शैलेश बनकर,उमेश दोडके,सुनील सातपुते, अमित बनाइत , चेतन जैन, उमेश डंढारे, दीपक बारमासे, सचिन वाडेकर,अंकित महेन्द्रे ,रामराव मगरदे,सचिन एस. कनेरे ,गजेन्द्र बनाईत,राकेश वाद्बुदे,संजू चरपे,मनीष दोडके ,रिंकू घोरसे,सुनील दोडके ,यादो बनकर,नानेश्वर डंढारे,यादो चरपे,अतुल घोरसे,प्रमोद डंढारे
यह लिस्ट और भी लम्बी है हम हर उस व्यक्ति को धन्यवाद देते है जिसने हमारा सहयोग किया तथा उत्साह बढाया
Annexure-I बिरुल बाजार, एक भयावह भविष्य!
Annexure-II
Table showing date wise Progressive work done and supports extended
Sl. No
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Dates
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Work done
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Support Extended By
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1
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27th, 28th & 29th May, 2017
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JCB मशीन से ट्यूबवेल के आसपास गढ्ढे किये
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ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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2
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30th May, 2017
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ट्यूबवेल के केसिंग को छेद वेल्डिंग मशीन द्वारा
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श्रमदान तथा चंदा से
सुनील सातपुते
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3
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31st May, 2017
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JCB मशीन तथा डम्पर से एक डम्पर छोटे पत्थर लाये गए
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माईनिंग ऑफिसर
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4
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1st June, 2017
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1 डम्पर गिट्टी भेजी गई
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माईनिंग ऑफिसर
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5
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1st to 3rd June 2017
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गढ्ढे को साफ करने के लिए 7 मजदूर भेजे गए
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ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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6
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3rd & 4th June 2017
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2 डम्पर गिट्टी भेजी गई
|
माईनिंग ऑफिसर
|
7
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3rd to 5th June 2017
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ट्यूबवेल की केसिंग को
red oxide से पेंट कर नायलोन की जाली बाँधी गई
|
श्रमदान तथा चंदा
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8
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4th to 6th June 2017
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15 ट्राली पत्थर/बोल्डर बिने
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श्रमदान
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9
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8th & 9th June 2017
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10 ट्राली पत्थर/बोल्डर बिने
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ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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10
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10th June 2017
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3 महिलाओ ने 2 गढ्ढो में गिट्टी डाली
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ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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11
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11th & 12th June 2017
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5 ट्राली गिट्टी गढ्ढो पर पहुचाई गयी
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ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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12
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13th to 15th June 2017
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8 गढ्ढो में गिट्टी डाली गई
|
श्रमदान
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13
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17th June 2017
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3 ट्राली पुरानी इटे बाउन्ड्री वाल बनाने ले गई
|
ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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14
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21st June 2017
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1 डम्पर रेत भेजी गई
|
माईनिंग ऑफिसर
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15
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23rd to 29th June 2017
|
बाउन्ड्री वाल बनाई गयी
|
श्रमदान एवं चंदा
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16
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24rdto29th June 2017
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9 बोरी सीमेंट
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ग्राम पंचायत बिरुल बाज़ार
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Table showing cost for various work
Sl. No.
|
Work
|
Amount
|
1
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नायलोन की जाली
|
660
|
2
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नारियल की रस्सी
|
400
|
3
|
रेडोक्साइड, थिनर एवं ब्रश
|
135+25+30
|
4
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वेल्डिंग रॉड
|
230
|
5
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बाउंड्री वाल बनाने मिश्त्री,मजदूरी
|
250+500+500+400
|
इन सभी कार्यो के लिए बिरुल बाज़ार के कुछ लोगो ने जो श्रमदान नहीं कर सकते थे (बाहर नौकरी पर होने के कारन) लेकिन इच्छुक थे तथा गाववासियो ने अपना योगदान देने के लिए चंदा इक्कठा किया इसकी जानकारी आप get involved | अपना योगदान टैब पर देख सकते है
Annexure III
Photographs of Execution of Borewell Recharging System at Birul Bazar
Very nice
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